Use LEFT and RIGHT arrow keys to navigate between flashcards;
Use UP and DOWN arrow keys to flip the card;
H to show hint;
A reads text to speech;
29 Cards in this Set
- Front
- Back
धनुर्वेद |
धनुष्य-बाण चलाने की कला |
|
नियत |
निश्चित , तय |
|
वेध |
वेधना या छेद करना |
|
उपयुक्त |
पूरी तरह ठीक |
|
चक्रवर्ती |
चारों दिशाओं में राजा राज करने वाला |
|
आर्यावर्त |
आर्य जाति का राज्य जहाँ तक था - मध्य और उत्तर भारत |
|
साधन |
काम करने के लिए सामान |
|
शस्त्र - विहीन |
बिना हथियार का |
|
योजना |
बारह कोस की माप ( 1 कोस = लगभग 2 मील ) |
|
पक्षपात |
किसी की तरफ़ होना, तरफ़दारी |
|
निरुत्साह |
जिसका उत्साह समाप्त हो गया हो |
|
भोजनभट्ट |
जो बहुत और बार-बार भोजन करता हो |
|
पाकशाला |
रसोईघर |
|
एकाग्रता |
किसी एक ही पर ध्यान |
|
लक्ष्य-भ्रष्ट |
लक्ष्य से हटा हुआ |
|
निस्संदेह |
बिना सन्देह या भ्रम के |
|
लक्ष्य |
जहाँ पहुँचना है या जिसे करना है |
|
वश |
अधिकार |
|
चिरंजीवी |
बहुत आयुवाला |
|
धनुर्धारी |
धनुष धारण करनेवाला |
|
व्यर्थ |
बेकार |
|
वक्ष |
सीना , छाती |
|
आकांक्षा |
इच्छा, अभिलाषा |
|
शस्त्र |
हाथ से चलाया जाने वाला हथियार |
|
साम्राज्य |
बहुत बड़ा राज्य, जिसकी सीमाएँ दूर- दूर तक फैली हो |
|
रोषभरी दृष्टी |
गुस्से से भरी नजर |
|
षट्रस |
छह रसों वाला (मीठा , नमकीन, कड़वा, तीता, कसैला और खट्टा ) |
|
भ्रमित |
जो भ्रम में पड़ गया हो |
|
वत्स |
पुत्र, शिष्य या बच्चों के लिए बड़ो द्वारा संबोधन |